ईश् निंदा कभी भी न करें और किसी को भी कभी तीर्थस्थान की यात्रा करने से न रोकें. रत्न की जगह धारण कर सकते है पेड़ों की जड़ें भी ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, बृहस्पतिवार के दिन भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना करनी चाहिए. इसके बाद भगवान के सामने अपने परिशानियों का मनन https://vashikaran-totke34296.articlesblogger.com/54968049/about-kismat-ka-upay