भावार्थ – हे हनुमान जी ! यदि कोई मन, कर्म और वाणीद्वारा आपका (सच्चे हृदय से) ध्यान करे तो निश्चय ही आप उसे सारे संकटों से छुटकारा दिला देते हैं। However, at the time Hanuman was traveling above the seas to head over to Lanka, a drop of his sweat https://jonahn753sbg1.estate-blog.com/profile