शिवजी की पूजा मूर्ति तथा शिवलिंग दोनों रूपों में की जाती है शिव के गले में नाग देवता विराजमान करते हैं तथा उनके हाथों में डमरू और त्रिशूल होता है. चारों जुग परताप तुम्हारा। है परसिद्ध जगत उजियारा।। शिव चालीसा - जय गिरिजा पति दीन दयाला । सदा करत सन्तन https://lyricsofshivchalisainengl43166.plpwiki.com/6250813/shiv_chalisa_lyrics_in_gujarati_pdf_an_overview